मराठा राज्य व शिवाजी
शिवाजी (1627-80 ई.)
शिवाजी का जन्म 10 अप्रैल, 1627 ई. को पूना के निकट शिवनेर के दुर्ग में हुआ था। शाहजी भौंसले उनके पिता तथा . जीजा बाई उनकी माता थी। दादाजी कोण्डदेव उनके शिक्षक थे जबकि समर्थ रामदास उनके गुरु थे।
० 1660 ई. में औरंगजेब ने मुगल सूबेदार शाइस्ता खां को । शिवाजी को समाप्त करने के लिए भेजा।
० 1665 ई. में आमेर/जयपुर के प्रसिद्ध राजा मिर्जा राजा जयसिंह को दक्षिण का सूबेदार एवं सेनापति नियुक्त किया गया। मिर्जा राजा जयसिंह से शिवाजी पराजित हुए।
० जून, 1665 ई. में पुरन्दर की संधि राजा जयसिंह तथा शिवाजी के बीच हुई। संधि की शर्त निम्नलिखित थी
- शिवाजी ने अपने 23 दुर्ग और करीब 4 लाख हूण की वार्षिक आय की भूमि मुगलों को दे दी।
- शिवाजी ने मुगल आधिपत्य को स्वीकार किया और उनके बड़े पुत्र शंभाजी को मुगल दरबार में पांच हजारी मनसबदार बनाया गया।
- शिवाजी ने बीजापुर के विरुद्ध मुगलों को सैनिक सहायता देने का वायदा किया।
- राजा जयसिंह द्वारा शिवाजी को आगरा स्थित मुगल दरबार में उपस्थित होने के लिए भी आश्वस्त किया।
- जयसिंह ने शिवाजी से कहा कि उन्हें दक्षिण के मुगल सूबों का सूबेदार बना दिया जाएगा।
* मई, 1666 ई. में शिवाजी मुगल दरबार में उपस्थित हुए। लेकिन उनके साथ तृतीय श्रेणी के मनसबदारों जैसा व्यवहार किया और उन्हें जयपुर भवन में नजरबंद भी कर दिया गया।
लेकिन नवम्बर 1666 ई. में वे अपने पुत्र शम्भाजी के साथ छिपकर कैद से निकल भागे।
० 14 जून, 1674 को शिवाजी ने रायगढ़ के दुर्ग में अपना
राज्याभिषेक किया और ‘छत्रपति’ की उपाधि धारण की। इस – अवसर पर उन्होंने नया संवत चलाया। काशी के पंडित विश्वेश्वर उर्फ गंगाभट्ट ने शिवाजी का राज्याभिषेक करवाया था।
० 53 वर्ष की अवस्था में 12 अप्रैल, 1680 ई. को शिवाजी की मृत्यु हो गयी।
शिवाजी का प्रशासन :
* शिवाजी के प्रशासन में राजा सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न निरकुंश शासक था। राजा ही प्रशासन का प्रधान सर्वोच्च सेनापति तथा न्यायाधीश था।
* राजा को सलाह देने के लिए आठ मंत्रियों का एक समूह था जो अष्ट प्रधान कहलाता था।
अष्टप्रधान
- पेशवा अथवा मुख्य प्रधान : यह प्रधानमंत्री था तथा सम्पूर्ण राज्य के शासन की देखभाल करता थासरकारी पत्रों पर राजा के नीचे इसकी मुहर लगती थी।
- अमात्य अथवा मजमुआदार : यह वित्त एवं राजस्व मंत्री था।.
- मंत्री अथवा वाकियानवीस : राजा तथा दरबार की प्रतिदिन की कार्यवाहियों की खबर रखता था।
- सचिव अथवा शुरूनवीस : राजकीय पत्र व्यवहार तथा परगने . का हिसाब देखता था।
- सुमन्त अथवा दबीर : विदेश मंत्री था।
- सेनापति अथवा सर-ए-नौबत : सेना सम्बन्धी कार्य देखता था।
- पण्डितराव : विद्वानों और धार्मिक कार्यों के लिए अनुदानों का प्रबन्ध करना।
- न्यायाधीश : राजा के बाद ये ही मुख्य न्यायाधिकारी था।
मराठा पेशवाओं का अभ्युदय :
राजा के अधिकारों का पूर्ण उपयोग करने वाला अंतिम मराठा शासक शाहू थे। उसके बाद मराठा राजा नाममात्र के शासक रहे और राज्य की संपूर्ण शक्ति पेशवा के हाथ में केन्द्रित होती गयी।
बालाजी विश्वनाथ (1713 -20 ई.) :
* बालाजी विश्वनाथ 1713 ई. में शाहू द्वारा प्रथम पेशवा . नियुक्त किया गया। वह मराठा साम्राज्य के “द्वितीय _ संस्थापक’ के रूप में सुप्रसिद्ध है।
पानीपत का तृतीय युद्ध (14 जनवरी, 1761 ई.) :
पानीपत का तृतीय युद्ध बालाजी बाजीराव के समय की प्रमुख घटना है। मराठों और अफगानिस्तान के शासक अहमदशाह अब्दाली के मध्य हुएं इस युद्ध में अहमदशाह अब्दाली विजित हुआ और मराठे पराजित हुए।
Imp questions
- अष्टप्रधान नाम की मंत्रिपरिषद् थी—मराठा प्रशासन
- शिवाजी के अष्टप्रधान का वो सदस्य जो विदेशी मामलों कीदेख-रेख करता था, वह था –सुमन्त
- शिवाजी के समय ‘सरनोबत’ का पद सम्बद्ध था –सैन्य प्रशासन
- औरंगजेब की मृत्यु के समय मराठा नेतृत्व किसके हाथों में था? –ताराबाई
- पानीपत का तीसरा युद्ध लड़ा गया –मराठा तथा अहमदशाह अब्दाली के बीच
- पानीपत के तीसरे युद्ध में किसने मराठों को हराया था? . –अफगानों
- नाना फड़नवीस का मूल नाम था- बालाजी जनार्दन भानु
- शिवाजी का गुरु कौन था? —रामदास
- उस मराठा राजा का नाम बताइए, जो औरंगजेब से बहादुरी से लड़ा .–शिवाजी
- छत्रपति शिवाजी को हराने के लिए औरंगजेब ने किसको भेजा था? –जयसिंह
- शिवाजी को पकड़ने के लिए औरंगजेब द्वारा किस जनरल को भेजा गया था? –शाइस्ता खाँ
- 1700 ई. में राजाराम की मृत्यु के बाद मराठों ने मुगलों के विरुद्ध युद्ध उसकी वीर पत्नी के नेतृत्व में जारी रखा —ताराबाई
- शिवाजी का राज्याभिषेक हुआ— 1674 ई.
- शिवाजी के राज्य की राजधानी कहाँ थी? —रायगढ़
- ‘नाना साहब’ के नाम से कौन प्रसिद्ध था? -बालाजी बाजीराव
- पेशवाओं का संस्थापक कौन था? —बालाजी विश्वनाथ
- जिस समय 1761 में पानीपत की तीसरी लड़ाई में अहमद शाह अब्दाली ने मराठों को हराया उस समय दिल्ली का शासक कौन था? —शाह आलम द्वितीय –
- प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध कौनसी संधि द्वारा समाप्त हुआ था —सालबाई (1782 ई.)
- पेशवा प्रथा, ब्रिटिश द्वारा किस पेशवा के काल में समाप्त की गई थी? –-बाजीराव द्वितीय